इंटर्नशिप


कॉलेजों से फ़्रेश टैलंट की तलाश करने वाले एम्पलॉयर्स इंटर्नशिप अनुभव वाले उम्मीदवारों को पसंद करते हैं क्योंकि वे एमप्लाएबल स्किल्स एंजॉय कर सीधे काम कर सकते हैं।
यह तुरंत एम्पलॉयर्स की प्रोडक्टिविटी में जुड़ता है और ट्रेनिंग फ्रेशर्स से जुड़े मूल्यवान टाइम , कॉस्ट्स और अन्य रिसौर्सेस को बचाता है।

आमतौर पर एम्पलॉयर्स द्वारा पोटैन्श्यल एम्पलोई (इंटर्न) को इंटर्नशिप की पेशकश की जाती है, ज्यादातर अंडर ग्रेजुएट, पार्ट टाइम, पैड/वालेंटरी बेसिस पर 1 से 3 महीने की अवधि के लिए या तो छुट्टियों के दौरान या एक सेमेस्टर के अंत में इस प्रकार की इंटर्नशिप दी जाती हें । जबकि इंटर्नशिप एक सपोर्ट रोल से अधिक है जिसमें बेसिक टास्क्स को एक्सिक्युट करना शामिल है, और कई बार, काम चलाऊ भी, वे वेल्यूएबल वर्क एक्सपोजर प्राप्त करने का एक शानदार अवसर भी प्रस्तुत करते हैं। यह कॉलेज से वर्क करने के लिए ट्रांसिशन को आसान बनाने में मदद करता है क्योंकि आधिकारिक तौर पर ट्रेनी काम शुरू करने से पहले इंडस्ट्री और वर्कप्लेस से परिचित हो जाता है।

इंटर्नशिप के लाभ

→कुछ ऐसे स्किल्स बनाने में मदद करता है जो केवल पहले अनुभव के माध्यम से आते हैं
→इंडस्ट्री का एक्सपोजर जॉब मार्केट में अधिक काम्पिटिटिव बनाता है
→इंटर्नशिप के दौरान अच्छे परफारमेंस से संभावित जॉब ऑफर हो सकती है
→वर्क प्लेस का प्रायर नॉलेज व्यक्ति को एक इन्फॉर्मड़ जॉब डिसिजन लेने की अनुमति देता है
→यह क्षेत्र में वेल्यूएबल कॉंटैक्ट्स स्थापित करने और करियर में एड्ज हासिल करने का अवसर है
→इंटर्नशिप एक्सपिरियन्स लेटर जॉब इंटरव्यू के दौरान कॉम्पटेन्स को वेलीडेट करने में मदद करता है
→ अपने पैरों को गीला करने और यह जानने का एक शानदार तरीका है कि क्या कोई स्पेसिफिक फील्ड लाइफलॉन्ग करियर के लायक है
→ प्रेक्टीकल नॉलेज और जॉब स्किल्स के साथ क्लासरूम लर्निंग एनहान्स करने में मददगार है