आवश्यक विशेषज्ञता

क्रिएटिविटी, डिजाइन विशेषज्ञता और विस्तार पर ध्यान

ठोस विश्लेषणात्मक दिमाग और प्रॉडक्शन प्रक्रिया की समझ

दैनिक प्रॉडक्शन के मुद्दों से निपटने के दौरान बड़ी तस्वीर पर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता

कोडिंग और प्रोग्रामिंग का अच्छा टेक्निकल ज्ञान

सॉफ्टवेयर और सिस्टम की समझ जो गेम को जीवंत बनाते हैं

स्टोरीटेलिंग और गेम मेकेनिक्स की समझ

गेमिंग इंडस्ट्री का ठोस ज्ञान, गेम कैसे काम करता है, और नवीनतम ट्रेंड्स की जानकारी

अच्छा कम्यूनिकेशन, पारस्परिक और नेतृत्व कौशल।

कौशल कैसे बढ़ाएं?

वीडियो गेम डिज़ाइनर्स को प्रोग्रामिंग, ग्राफिक डिजाइन, मल्टीमीडिया, स्क्रिप्ट राइटिंग, गेम डिजाइन आदि के क्षेत्र में कम से कम एक डिप्लोमा या ग्रेजूएट की डिग्री की आवश्यकता होती है। गेम डिजाइन में मास्टर डिग्री प्राप्त करना वांछनीय है। आप अपने दम पर छोटे इंडी गेम बनाकर भी सीख सकते हैं, मैंटर्स से फीडबैक मांग सकते हैं, सुधार कर सकते हैं और उन्हें यह समझने के लिए रिलीज कर सकते हैं कि बाजार में प्लेयर्स इस पर प्रतिक्रिया कैसे देते हैं।

जॉब के लिए तैयारी

आप एक गेम डिजाइनर के रूप में जॉब को प्राप्त करने के लिए एक ग्राफिक डिजाइनर, एनिमेटर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, या स्क्रिप्ट राइटर आदि के रूप में प्रवेश स्तर की भूमिकाओं/इंटर्नशिप की खोज करके एक पोर्टफोलियो बना सकते हैं। आपको कॉलेज के बाद सीधे एक जूनियर गेम डिज़ाइनर की भूमिका भी मिल सकती है।

विशिष्ट कैरियर मार्ग:

गेम डेवलपमेंट में विभिन्न डोमेन से कोई भी प्रवेश स्तर की भूमिका

जूनियर डिज़ाइनर

लीड गेम डिज़ाइनर